पूर्व CM जयराम ठाकुर बोले - मुझे दी है खटारा गाड़ी, रिपेयर के लिए भी पैसे नहीं दे रही सरकार

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मंडी: पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की सुरक्षा में कोताही बरतने का मामला सामने आया है. पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष के नाते जयराम ठाकुर को प्रदेश सरकार की तरफ से जो एस्कॉर्ट व्हीकल (नंबर HP 63 D 0201) दी गई है वो खटारा हो चुकी है. ये गाड़ी 3 लाख किलोमीटर से भी ज्यादा चल चुकी है. जयराम ठाकुर ने इस संदर्भ में प्रदेश सरकार को पत्र भी लिखा है, लेकिन बावजूद इसके सरकार की तरफ से इस व्हीकल को बदलने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने बताया, "मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को स्वयं इस बात अहसास होना चाहिए कि पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष के नाते उन्होंने किस तरह की एस्कॉर्ट व्हीकल दे रखी है. ये गाड़ी बार-बार सड़कों पर चलते-चलते हर कहीं खड़ी हो जा रही है. प्रदेश सरकार द्वारा एस्कॉर्ट व्हीकल को बदलना तो दूर इसकी मेंटेनेंस के लिए भी पैसे नहीं दे रही है." जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार इतना कर्ज ले रही है बावजूद इसके प्रदेश में नियमों के तहत कोई काम नहीं किया जा रहा है. ये कर्ज सिर्फ सरकार अपनी मौज मस्ती के लिए ही ले रही है, जबकि दूसरों की इस सरकार को कोई चिंता ही नहीं है.

सीपीएस और कैबिनेट रैंक वाले मंत्रियों पर साधा निशाना

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, "प्रदेश में सीपीएस और कैबिनेट रैंक वालों की फौज खड़ी कर दी गई है. इसके अलावा बहुत से विधायक ऐसे हैं, जिन्हें लगभग जेड सिक्योरिटी प्रदान की गई है. प्रदेश सरकार इनकी सुख सुविधाओं पर कोई कमी नहीं छोड़ रही है. सीपीएस और कैबिनेट रैंक वालों के आगे पॉयलट जबकि पीछे एस्कॉर्ट व्हीकल दौड़ाए जा रहे हैं. हद तो इस बात की कर दी गई है कि टैक्सियां तक हायर करके सरकार पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालकर यह सारी सुख सुविधाएं दी जा रही हैं. सरकार को इन सब बातों पर चिंतन करने की जरूरत है."

क्या होती है एस्कॉर्ट व्हीकल?

किसी भी पूर्व सीएम को प्रदेश सरकार की तरफ से सुरक्षा मुहैया करवाई जाती है. ये सुरक्षा कर्मी हर समय पूर्व सीएम के साथ रहते हैं और इनकी गाड़ी हमेशा पूर्व सीएम की गाड़ी के पीछे चलती है. इन्हें सरकार की तरफ से दी जाने वाली गाड़ी को ही एस्कॉर्ट व्हीकल कहते हैं. इस व्हीकल की देखरेख सरकार की जिम्मेदारी होती है और एक निश्चित अवधि के बाद इसे बदला जाता है, लेकिन जयराम ठाकुर की गाड़ी 3 लाख किमी चलने के बाद भी नहीं बदली जा रही है. जिसके चलते उन्हें प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है.

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