न्यूज अपडेट्स
सोलन, 03 फरवरी: हिमाचल के सोलन जिला स्थित बरोटीवाला में परफ्यूम बनाने वाले उद्योग में अग्निकांड जितना भीषण था, उतना ही दर्द अंदर फंसे लोगों ने झेला है, जिसकी पीड़ा जीवनभर रहेगी। इनमें से एक खुशबू है, जो गांव फैचल, जिला बदायूं (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली है। खुशबू ब्रुकलिन अस्पताल झाड़माजरी में भर्ती है और भवन से कूदने के कारण कमर में गंभीर चोट आई है। इसी अस्पताल में सात और महिला कर्मचारी भर्ती हैं।
खुशबू ने बताया, शुक्रवार सुबह प्रतिदिन की तरह सभी कर्मचारी उद्योग में पहुंचे थे। दोपहर के भोजन के लिए सभी कर्मचारी एक बजे चले जाते हैं और करीब सवा एक बजे वापस आते हैं। मेरे साथ कुछ कर्मचारी थीं, जैसे ही प्रोडक्शन हाल में प्रथम तल पर पहुंचीं तो हल्की दुर्गंध आई।
जब तक कुछ समझ आता कुछ कर्मचारियों को चक्कर आने लगा। इसी दौरान उद्योग में रखे रसायन ने आग पकड़ ली। कुछ कर्मचारी तो बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन हम अंदर फंस गईं। हम ऊपर की मंजिल की तरफ भागीं।
तीसरी मंजिल पर टीन का शेड था, लेकिन वहां जाने का कोई रास्ता नहीं था। तब तक अंदर धुआं ही धुआं हो गया था। कुछ ही मिनटों में हर तरफ आग की लपटें थी। अफरा-तफरी में कुछ कर्मचारियों ने नीचे छलांग लगा दी। नीचे की मंजिलों में भयंकर आग लगी थी तो मेरे सामने भी खिड़की से कूदने का ही विकल्प था। तीसरी मंजिल से मैंने छलांग लगाई थी। कुछ कर्मचारियों ने दूसरी मंजिल से छलांग लगाई थी। बाद में पता चला कि कुछ कर्मचारी छत पर भी फंस गए थे।
यह भीषण अग्निकांड जहां बद्दी के उद्योग जगत को एक त्रासदी के रुप में याद रहेगा, वहीं जिन महिला कर्मचारियों ने भवन से छलांग लगाई, उनमें अधिकांश शारीरिक रूप से अक्षम हो सकती हैं। खुशबू चलने- फिरने में असमर्थ है। राजकुमारी के कूल्हे में गंभीर चोट है। एक अन्य महिला भी चलने-फिरने में असमर्थ है।
बताया जा रहा है कि उद्योग में अधिकतर कर्मचारी ठेकेदार के अधीन काम करते हैं। यहां पर सवाल यह है कि उद्योग प्रबंधन ने इतने कर्मचारी ठेकेदार के अधीन क्यों रखे हुए हैं। दूसरी तरफ अग्निशमन विभाग के अनापत्ति पत्र पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि इतने ज्वलनशील पदार्थ को बिना पर्याप्त उपकरणों से लाइसेंस कैसे दे दिया।