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बिलासपुर, 23 नवंबर : एचआरटीसी बिलासपुर प्रबंधन अक्सर अपने कारनामों के कारण सुर्खियों में रहता है एक तरह से माना जाए तो बिलासपुर डिपो में नियम कोई मायने नहीं रखता है क्योंकि पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था उसी बीच अब फिर से अड्डा प्रभारी के द्वारा परिचालक को मानसिक रूप से परेशान करने का मामला सामने आया है।
परिचालक का बयान आया सामने : निगम के परिचालक ने बताया कि डिपो में प्रबंधन के द्वारा तैनात किया गया अड्डा प्रभारी दादागिरी करता है और कहता है की यहां हमारी चलती है कोई कुछ नहीं कर सकता यहां हम जो चाहेंगे वही होगा। हम जिले के बाहर के है और हमारे साथ भेदभाव किया जाता है। अड्डा प्रभारी बदतमीजी से बात करता है जैसे की हम कोई बधुआ मजदूर है। कुछ दिन पहले मैं अवकाश लेकर घर गया था उस दौरान भी किसी अन्य कर्मचारी के फोन करके मेरे साथ बदतमीजी की गई और अब सार्वजनिक स्थान पर मेरे साथ बदतमीजी की गई। जिससे मेरे मान सम्मान को ठेस पहुंची है और उसके बाद रूट के दौरान देख लेने की धमकी भी दी गई। जिसके कारण मै मानसिक रूप से परेशान हो चुका हूं।
मामला इंक्वारी के लिए उच्च अधिकारियों के पास लंबित: परिचालक ने बताया इस मामले की शिकायत क्षेत्रीय प्रबधक और प्रबंध निदेशक को भेजी हैं मैं मानसिक रूप से परेशान हो चुका हूं यदि कोई घटना मेरे साथ होती है तो इसके लिए अड्डा प्रभारी जिम्मेदार होगा।
डिपो में नियमों कायदे कानून की धड्डले से उड़ाई जा रही धज्जियां: बताया जा रहा है की डिपो में कोई 3 घंटे ड्यूटी कर रहा है और कोई ड्यूटी घंटे से ज्यादा, जबकि स्थानांतरण के लिए कोई भी नीति आज दिन तक नहीं बनाई गई है, जिसकी जहां चलती है वह वहां नौकरी करता है और प्रदेश के गरीब परिवारों से संबंधित अनुबंध के आधार पर तथा पूर्णकालिक कर्मचारी के लिए ट्रांसफर नीति आज दिन तक नहीं बनाई गई है जो की सोचनीय विषय है की यह किस तरह की व्यवस्था है। सूत्रों के अनुसार बस अड्डे में कनिष्ठ कर्मचारियों को एचआरटीसी बिलासपुर प्रबंधन ने तैनात किया है।
कार्यवाही की मांग: प्रबंधन को भेजी गई शिकायत में परिचालक ने सख्त कार्यवाही की मांग की है और लिखा है यदि मुझे न्याय नहीं मिलता है तो मुझे कड़े कदम उठाने पड़ेंगे जिसकी जिम्मेदारी परिवहन विभाग की होगी।
कई वर्षों से एक ही जगह पर तैनात है सैंकड़ों कर्मचारी : गुप्त सूत्रों के अनुसार प्रदेश के विभिन्न डिपुओं में कई वर्षों से एक ही जगह पर कर्मचारी तैनात है ऐसा माना जा सकता है की एचआरटीसी मुख्य कार्यालय की नजर अभी तक इन कर्मचारियों पर नहीं है की इन कर्मचारियों को भी स्थानांतरण किया जाना है।