बिलासपुर, 28 जनवरी - पूर्व सरकार के द्वारा पिछले 5 वर्षों में हिमाचल प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवक –युवतियों के लिए 50 हजार रोजगारों की व्यवस्था नहीं कर सके , वह लोग अब नई कांग्रेस सरकार बनने पर केवल एक माह में ही 5 लाख नौकरियाँ न दिये जाने के बारे में बेताब हुए जा रहे हैं |
जबकि ऐसा लग रहा है कि सत्ता जाने के बाद भाजपा के बड़े -बड़े नेताओं की बेचैनी उनके मानसिक संतुलन को डगमगा रही है | यह बात पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा के महामंत्रियों राकेश जम्वाल और त्रिलोक जम्वाल के वक्तव्यों के उत्तर में कांग्रेस पार्टी के राज्य महामंत्री बंबर ठाकुर ने कही |
बंबर ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इस वक्तव्य पर भी आपति उठाई कि कांग्रेस की नई सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार सीमेंट उद्योगों पर ताले लगाने वाली सरकार बन गई है | जबकि सीमेंट उद्योगों पर ताले लगवाने का काम सुक्खू सरकार ने नहीं बल्कि उनके ही प्रमुख नेताओं मोदी और अमित शाह की केंद्रीय सरकार के चहेते गौतम अदानी ने लगाए हैं | उन्होने कहा कि यह भी लग रहा है कि केंद्र सरकार के यह दोनों नेता अदानी को जब तक नहीं कहेंगे तब तक लाख कोशिश करने पर भी अदानी व ट्रक आपरेटरों में कोई सम्झौता नहीं होगा |
बंबर ठाकुर ने कहा कि अब भाजपा के बड़े बड़े नेता ट्रक आपरेटरों की रैलियों में यह दावे करते घूम रहे हैं कि यदि हिमाचल सरकार सीमेंट फैक्ट्रियों के ताले नहीं खुलवा सकती तो वह हमारे नेताओं से आग्रह करें | जिस से यह संदेह स्वयं ही प्रमाणित हो जाता है कि वास्तव में हिमाचल की नई बनी कांग्रेस सरकार को परेशान करने के लिए हिमाचल में अपनी सत्ता खो चुके भाजपा नेताओं ने ही हिमाचल की आर्थिकिता को नुकसान पहुंचाने के लिए अपनी हार की खीझ में इन दोनों सीमेंट फैक्ट्रियों पर अदानी से ताले लगवाए हैं |