नवनियुक्त मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने वायदे के अनुसार पहली कैबिनेट में पुरानी पेंशन स्कीम (ओपीएस) को लागू करेगी। उन्होंने कहा कि इस बारे में अधिकारियों से चर्चा होगी। उनसे ओपीएस के लोग मिले हैं। उन्होंने कहा कि जहां कानून और नियमों को बदलने की जरूरत होगी, उन्हें बदला जाएगा और एक पारदर्शी प्रशासन देने का प्रयास होगा।
रविवार को शपथ ग्रहण करने के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पूरी कैबिनेट का विस्तार होगा। पहली कैबिनेट में सभी प्रकार की गारंटी योजनाओं को लागू करने पर फैसले लिए जाएंगे। उसके बाद ही व्यवस्थागत ढंग से गारंटी योजनाएं लागू होंगी। उन्होंने दस की दस की गारंटी दी हैं।
उन्होंने कहा कि पहाड़ में सुक्खू नहीं और अब जनता की सरकार है। वह उन लोगों मेें हैं, जो आम घरों से निकले हैं। सीएम पद की बागडोर संभालने के बाद पहले व्यवस्था को समझना पडे़गा। वे आम घरों से निकले हुए लोग हैं और सत्ता के लिए नहीं आए हैं। अभी प्रशासनिक जिम्मेवारियों को समझना होगा। उसके बाद जो भी फैसले करेंगे, वे आने वाले समय में सार्वजनिक होंगे।
मेरी माता ने हमेशा मेरे लिए स्टैंड लिया
सुक्खू ने कहा कि उनकी माता ने हमेशा उनके लिए स्टैंड लिया। उन्होंने कभी हतोत्साहित नहीं किया। पहले सरकारी नौकरी में जाने का रिवाज था। उस समय यह रहा कि सरकारी नौकरी लग जाए तो राजनीति छोड़ देंगे। भावना शुरू से ही नेतृत्व की रही। शुरू में 17 साल की उम्र में वह सीआर बने। संजौली और कोटशेरा कॉलेजों में अध्यक्ष बने। शिमला में दोनों कॉलेजों से वह इकलौत एससीए अध्यक्ष रहे।
सुक्खू बोले, मैं रात को तीन घंटे सोया
सुक्खू ने कहा कि वह रात को केवल तीन घंटे सोए हैं। सारे अधिकारी भी सोए हैं। पहले उनके साथ बैठक होगी। उसके बाद ही बात करेंगे। सोनिया गांधी ने भी आना है। दायित्व काम करना है और उसे डिलीवर करना है।
पीटरहॉफ में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
नवनियुक्त मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू पीटरहॉफ शिमला पहुंचे तो वहां पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
मुख्यमंत्री सुक्खू का पहला आदेश, वंचित विद्यार्थियों के लिए विस्तृत योजना तैयार होगी
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को शिमला में टूटीकंडी स्थित बालिका आश्रम का दौरा कर बालिकाओं को मिठाइयां वितरित कीं। इस दौरान आश्रम की बालिकाओं को संबोधित कर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सुविधाओं से वंचित विद्यार्थियों को लाभान्वित करने के लिए विस्तृत योजना तैयार करेगी।
इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री बनते ही पहला आदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि योजना के तहत वंचित विद्यार्थियों के लिए इच्छा अनुसार उच्च शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बालिकाओं को लक्ष्य तय कर उसे प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत करने का परामर्श दिया।
उन्होंने कहा कि आश्रम में रहने वाली बालिकाओं को सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आश्रम का उचित रख-रखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता प्रदान करने को विस्तृत योजना तैयार की जाए।
उन्होंने इस आश्रम की बालिकाओं की प्रतिभा की भी सराहना की और अधिकारियों को उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करने को कहा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली बालिकाओं को ऐच्छिक निधि से 51 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की।
इस अवसर पर विधायक रोहित ठाकुर, जगत सिंह नेगी, राजेश धर्माणी, इंद्रदत्त लखनपाल, सुंदर सिंह ठाकुर, केवल सिंह पठानिया, संजय अवस्थी एवं सुरेश कुमार, पूर्व विधायक सोहन लाल, मुख्य सचिव आरडी धीमान, प्रधान सचिव सुभाशीष पंडा, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, अतिरिक्त निदेशक एकता काप्टा, पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका भी उपस्थित थे।