बिलासपुर, 20 अक्टूबर - बिलासपुर शाखा के नवनियुक्त प्रधान सुभाष वर्मा के नेतृत्व में बिलासपुर डिपो के ड्राइवरों ने चुनाव अधिकारी एवं जिलाधीश पंकज राय को पत्र लिख कर मांग की है कि इस डिपो के 18 ड्राइवरों का विभिन्न बहानों से वेतन रोक रखा है, जिसे तुरंत दिलाने के आदेश देकर के उन्हें राहत पहुंचाई जाए
उन्होंने आरोप लगाया कि इस डिपो का चालक ड्यूटी इंचार्ज परिवहन मजदूर संघ का प्रदेश महामंत्री होने के नाते कथित जबरदस्ती भारतीय मजदूर संघ के सदस्य बनाने के लिए दबाव बनाकर प्रत्येक चालक से 130 रुपए मैंबरशिप फीस वसूल रहा है जो नियम व कानून के विरुद्ध है।
उन्होंने कहा कि हैरानी इस बात की है कि चालकों द्वारा बी.एम.एस. के सदस्य बनने से इंकार करने पर कथित उन्हें डराने-धमकाने और दूर पार के क्षेत्रों में ड्यूटी लगाने की धमकियां दी जाती हैं।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने कई बार बिलासपुर निगम के आर. एम. जोगिंदर चौधरी को भी लिखित शिकायतें कीं लेकिन उनके द्वारा भी इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है।
जानकारी के अनुसार बिलासपुर डिपो की बस अगर कहीं रास्ते में खराब हो जाती है तो ड्राइवर काम करवा ले उन बिलों को पास नहीं किया जाता है जिसके कारण डिपो के चालक बहुत परेशान है।
वहीं, बिलासपुर डिपो में दो ऐसे चालक है जिनके कन्फर्मेशन ऑर्डर रोक लिए गए है क्योंकि वह ड्राइवर यूनियन से संबंध रखते है। बिलासपुर डिपो में इस तरह की व्यवस्था कितने दिन चलेगी यह एक बहुत बड़ा सवाल है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम के बिलासपुर क्षेत्र में निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा कर्मचारियों के जो तबादले हुए थे उन्हें रिलीव करने के लिए आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है।
जानकारी के अनुसार अधिकारी द्वारा बिलासपुर क्षेत्र में जो निगम के भिन्न-भिन्न संगठन बने हुए हैं उन संगठनों में से सिर्फ एक संगठन को ताक में रखकर कर्मचारियों को रिलीव किया गया। इसमें खासकर बिलासपुर क्षेत्र में हिमाचल पथ परिवहन निगम ड्राइवर यूनियन के सदस्यों को ताक में रखकर रिलीव किया गया।
ड्राइवर यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है की इससे पहले जो बिलासपुर क्षेत्र में चालकों के भी तबादले हुए हैं उन्हें रिलीव क्यों नहीं किया गया। ड्राइवर यूनियन इसमें कड़ा ऐतराज जता रही है वह इसके बारे में बिलासपुर क्षेत्र के अधिकारी की शिकायत निर्वाचन आयोग के पास लेने जा रही है।
ड्राइवर यूनियन का कहना है की डिपो में जो फील्ड में कार्य के लिए सक्षम कर्मचारी है उन्हें अन्य पदों पर बिठाया हुआ है और जो स्वास्थ्य चिकित्सकीय रूप से अनुपयुक्त है उन्हें क्षेत्र कार्य में जाने के आदेश क्षेत्रीय प्रबंधक बिलासपुर ने दिए है। जब हम इन मामलों को प्रबंधक के पास लेकर जाते है तो इन मामलों को अनदेखा किया जाता है और कोई संज्ञान नहीं लिया जाता है। सूत्रों के अनुसार ऐसे चालक को भी गाड़ी के साथ चलाया गया है जिसके मस्तिष्क के ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ है।
बड़े लंबे समय से चल रही मांग पर नहीं हुआ गौर
बिलासपुर डिपो में बड़े लंबे समय से ड्राइवर यूनियन मांग कर रही थी की ड्राइवर इंचार्ज को हटाया जाए परंतु आज तक इस मामले को लेकर विभाग हरकत में नहीं आया है, इस मामले को लेकर ड्राइवर यूनियन के पदाधिकारी क्षेत्रीय प्रबंधक से भी मिले परंतु कोई हल इस मामले पर नहीं मिला है।
बिलासपुर क्षेत्र में जिस भी कर्मचारी के तबादले हुए हैं, उन सभी को रिलीव किया जाए, यही ड्राइवर यूनियन मांग कर रही है। हालांकि इस मामले की शिकायत निर्वाचन आयोग को कर दी गई है।
उन्होंने मांग की है कि चालक ड्यूटी पर किसी निष्पक्ष अधिकारी को नियुक्त किया जाए।
क्षेत्रीय प्रबंधक जोगिंदर चौधरी का कहना है की मेरा इन संगठनों से कोई लेना देना नहीं है, मेडिकल लीव या अन्य किसी कारणों से हो सकता है की किसी कर्मचारी को वेतन नहीं मिल पाया हो, यदि वेतन संबंधी किसी कर्मचारी को कोई शिकायत है तो वह उनसे संपर्क करके समस्या का हल प्राप्त कर सकता है।
लिहाजा, जो सवाल है वह यह है की चालक ड्यूटी इंचार्ज को क्यों नहीं बदला जा रहा है, क्या किसी मंत्री की शह पर यह किया जा रहा है या कोई और कारण है क्योंकि लंबे समय से ड्राइवर यूनियन की मांग पर गौर न होना इसी बात की ओर संकेत करता है।