उन्होंने कहा कि जल्द ही एम्स बिलासपुर में 150 बेड वाले आईपीडी की सुविधा का भी शुभारंभ होगा। धीमान ने कहा कि आईपीडी शुरू होने के साथ ही सीटी स्कैन, एमआरआई, इमरजेंसी ओपीडी, ओटी, ब्लड बैंक सहित कई आधुनिक स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध होंगे।
एम्स के एमएस डॉक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के चरण 5 के तहत 1,471 करोड़ की लागत से बनने वाला एम्स लगभग 247 एकड़ भूमि में फैला है। इस अवसर पर एम्स प्रबंधन ने मुख्य सचिव के समक्ष परिसर में पोस्ट ऑफिस व बस सुविधा, पुलिस पोस्ट, संस्थान में कार्यरत कर्मचारियों के बच्चों के लिए स्कूल सहित चिकित्सकों के लिए आवास उपलब्ध करवाने संबंधी मांग रखी।
मुख्य सचिव ने उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय के साथ इस संबध में चर्चा की और कहा कि सभी मांगों के समाधान के लिए शीघ्र प्रयास किया जाएगा। मुख्य सचिव ने एम्स कैंपस के अंदर हेलीपैड, आइस ब्लॉक सहित सभी विभागों के भवनों का निरीक्षण किया और एम्स प्रबंधन को प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे पर जनसभा स्थल लुहणू मैदान का निरीक्षण भी किया और प्रशासन के साथ सभी व्यवस्थाओं पर चर्चा की। पीएम मोदी बिलासपुर दौरे के दौरान लुहणू में जनसभा भी करेंगे। मुख्य सचिव ने अपने एक दिवसीय दौरे पर बिलासपुर के बंदला स्थित हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का भी दौरा किया।
कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. एसपी गुलेरिया ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि संस्थान में वर्तमान में 500 से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और अभी नए सत्र की एडमिशन भी शुरू हो चुकी हैं। इस संस्थान में छात्राओं के लिए निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि इस कॉलेज में आधुनिक क्लासरूम सहित छात्रावास की सुविधा भी उपलब्ध है। आगामी समय में पूरे कैंपस में वाईफाई की सुविधा भी उपलब्ध होगी।