पहले 1100 पर शिकायत फिर थाने पहुंच मसला, बस यात्री ने ढाबा मालिक पर लगाया दादागिरी का आरोप
महंगाई में पिस रही जनता को खाद्य वस्तुओं के बढ़े दामों ने हमेशा सताया है। किचन में अधिकतर इस्तेमाल होने वाले टमाटर के दामों ने कभी आम जनता के चेहरे से लाली कम की तो कभी प्याज की कीमतों ने आंसू निकलवाए, लेकिन इस बार खट्टी और ठंडी तासीर के नींबू ने जहां दुकानदार और ग्राहक के रिश्तों में खटास पैदा की वहीं कुछ जगह मामला ऐसा गर्माया कि बात सीएम हेल्पलाइन और थाने की चौखट तक पहुंच गई।
दरअसल एक गिलास नींबू पानी को लेकर शुरू हुए बखेड़े ने अब शिकायतकर्ता को ही परेशानी में डाल दिया है। पिछले दिनों नींबू के दाम बाजार में 250 रुपए के आसपास थे आजकल यह 150 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से बिक रहा है। मसला कांगू क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले युवक राकेश कठियाल से जुड़ा है।
राकेश पिछले दिनों वे किसी काम के सिलसिले में शिमला गए थे और 13 अप्रैल को एचआरटीसी की धर्मशाला डिपो की बस में हमीरपुर आ रहे थे। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे यात्रियों को लंच के लिए बस चालक ने जिला सोलन के तहत पड़ते चमाकड़ी पुल पर रोका। राकेश ने वहां एक ढाबे वाले से एक गिलास नींबू पानी मांगा तो उसने कहा कि 30 रुपए लगेंगे।
राकेश ने कहा कि यह तो बहुत ज्यादा हैं। जब वह शौचालय में गए तो वहां बहुत गंदगी थी इसको लेकर भी जब उन्होंने एक जागरूक नागरिक होने के नाते बात की तो उन्हें अच्छा रिस्पांस नहीं मिला। राकेश जब घर पहुंचे तो उन्होंने इन अव्यवस्थाओं को लेकर 1100 नंबर (सीएम सेवा संकल्प) पर इसकी कंप्लेन की। यहां शिकायत करने के बाद उन्हें एचआरटीसी धर्मशाला के डीएम कार्यालय से फोन आया कि आपने ढाबे का नाम मेंशन नहीं किया था।
राकेश की मानें तो उन्होंने ढाबे का नाम भी मेंशन कर दिया। फिर राकेश को शिमला से इस शिकायत को लेकर फोन आया। मंगलवार को उस वक्त राकेश के होश उड़ गए जब दाड़लाघाट पुलिस थाने से उन्हें फोन आया कि चमाकड़ी पुल के संबंधित ढाबा मालिक ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है कि और आपको थाने में आना होगा।
राकेश ने कहा कि यह तो सरेआम दादागिरी है कि उल्टा इस मामले में मुझे ही आरोपी बनाया जा रहा है। क्योंकि उनकी बात ढाबे के मालिक से तो हुई ही नहीं थी केवल वहां काम करने वाले वर्कर से बात हुई थी।