पांवटा में माफियाओं का आतंक जनता और कर्मचारी परेशान
हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में आम जनमानस का रेत बजरी माफियाओं के भय के कारण जीना दुश्वार हो गया है, यहां रेत बजरी माफिया चंद सिक्को के लालच में ना जाने किसको मौत के घाट उतार दे कोई पता नहीं है, वही ताजा मामला पांवटा साहिब के रामपुर घाट का सामने आया जहां पर रेत बजरी माफियाओं द्वारा पुलिस जवान से मारपीट की गई तो माइनिंग इंस्पेक्टर को किडनैप कर दिया, जिसकी शिकायत थाना में दर्ज की गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक देर रात करीब 3:00 बजे रेत बजरी माफिया पांवटा से यमुना नदी के रास्ते से अवैध सामग्री उत्तराखंड पहुंचा रहे थे माइनिंग विभाग और पुलिस विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो रेत बजरी माफिया उन पर जानलेवा हमला करने का प्रयास करने लगे, गनीमत यह रही कि माइनिंग विभाग और पुलिस विभाग जान बचाने में कामयाब हो गए, पर पुलिस का एक जवान लहूलुहान हो गया तो माइनिंग इंस्पेक्टर को रेत बजरी माफियाओं ने किडनैप कर लिया
गौरतलब है कि रेत बजरी माफियाओं के आतंक से पहले भी जनता परेशान हैं माइनिंग गार्ड को रेत बजरी माफियाओं के टीपरो द्वारा कुचला गया था यही नहीं कई लोग इन टीपरो की वजह से अपनी जान गवा चुके हैं 2 दिन पहले फॉरेस्ट गार्ड की जमकर माफियाओं द्वारा पिटाई की गई थी इसके बावजूद भी जिला प्रशासन के अधिकारी कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं,
सबसे बड़ा विषय यह है, कि रेत बजरी माफिया पर नकेल कसने के लिए ना तो जिला माइनिंग अधिकारी अपने कर्मचारियों को सुरक्षा मुहिम करा पा रहा है और ना ही पुलिस, ऐसे में सवाल खड़े होते हैं कि यदि पुलिस जवान और माइनिंग जवान के लोग अपनी जान कब तक गंवाते रहेंगे तो उसके जिम्मेदार कौन होगा।
माइनिंग गार्ड द्वारा पुलिस को लिखित रूप में शिकायत दी गई है कि एक पुलिस जवान और माइनिंग इंस्पेक्टर को रेत बजरी माफियाओं द्वारा किडनैप किया गया है इस मामले में गंभीरता से जांच हो।