बिलासपुर : एचआरटीसी में हाल ही में परिचालकों की भर्ती भी हुई है परंतु फिर भी परिचालकों की कमी हमेशा सामने आती है , आए दिन ओवरड्यूटी के मामले HRTC विभाग में सामने आते रहते है, जिससे कई बार परिचालक मानसिक रूप से परेशान नजर आते है, वैसा ही एक ओवरड्युटी का मामला पिछले दिनों बिलासपुर डिपो में सामने आया था, जिसमे परिचालक ओवरड्यूटी से परेशान होकर इस्तीफा देने के लिए मजबूर हो गया था।
सरकार बड़े बड़े फरमान जारी करती है की प्रत्येक जो कर्मचारी है वह अपने ही पद पर सेवाएं देंगे परंतु हकीकत कुछ और ही बयां करती है, सरकार नियमों को लागू करने में नाकाम साबित नजर आ रही है।
लगभग 85- 90 परिचालकों के सहारे 107 से 108 रूट
सूत्रों के अनुसार वर्तमान स्थिति में बिलासपुर डिपो में लगभग 122 परिचालक है जिसमे से लगभग 5 Other Duty और 22 के करीब परिचालक घुमारवीं सब डिपो में है और उन्हीं परिचालकों के सहारे घुमारवीं के लगभग 54 रूटों का संचालन किया जाता है, तो आप इन आंकड़ों से यह अंदाजा लगा सकते है की कितनी परिचालकों की कमी बिलासपुर डिपो में है। कुछ परिचालक रिटायरमेंट पर भी है, जहां एक कर्मचारी की आवश्यकता है वहां 3-4 कर्मचारियों को बिठाया गया है।
वहीं बिलासपुर डिपो में 14 से 15 इंस्पेक्टर वर्तमान स्थित में कार्य कर रहे है परंतु बस अड्डे में चीफ इंस्पेक्टर, और इंस्पेक्टर का ही पद रहता है परंतु वहां पर परिचालक के पद पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को ही अड्डा इंचार्ज बनाया गया है, जिससे स्वाभाविक सी बात है की परिचालकों की कमी तो होनी ही है।
ETM मशीनें लगभग 70 फीसदी खराब :
जानकारी के अनुसार बिलासपुर डिपो में ETM मशीनें लगभग 70 फीसदी खराब है, जो थोड़ी बहुत चलती भी वह भी कई बार टिकट बनाती वक्त रुक जाती है, जिससे परिचालकों को बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता है, बिलासपुर में कोई भी टिकट मशीन नई नहीं आई है जो बिलासपुर डिपो में ETM मशीनें आई भी है वह भी दूसरे डिपुओं से ट्रांसफर होकर आई है जोकि आधी से ज्यादा खराब है। बहुत शर्म की बात है की करोड़ों की बसें एचआरटीसी खरीद रहा है परंतु ETM मशीनें क्यों नहीं खरीद पा रहा है व लंबे समय से बिलासपुर डिपो को ETM मशीनें क्यों नहीं मिल रही है यह एक बड़ा सवाल है ?
HRTC प्रबंधक निदेशक द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है कर्मचारियों को अपने पद पर ही काम करवाया जाए जिससे परिचालकों की कमी को कुछ हद तक कम किया जा सके।