हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) में बीजेपी (BJP) की सरकार ने अपने कार्यकाल में दो बार बस किराए(Bus Fare) में बढ़ोतरी की है जिसमें सितंबर 2018 में 20 से 24 प्रतिशत किराए में बढ़ोतरी की थी उसके बाद जुलाई 2020 कोरोना काल के समय में सीधा 25 प्रतिशत किराया बढ़ाकर जनता का सफर महंगा कर दिया गया।(HRTC)
कोरोना काल के समय में जनता को राहत न देकर जनता को किराए में बढ़ोतरी करके जनता को लूटने का प्रयास किया गया। जो किराया प्रति किलोमीटर 1.45 पैसे व 1.75 पैसे प्रति किलोमीटर हुआ करता था वह आज के समय में 2.19 रूपए प्रति किलोमीटर है ।
वहीं न्यूनतम किराया बीजेपी की सरकार ने 3 रूपए से सीधा 7 रूपए अपने कार्यकाल में पहुंचा दिया। किराया बढ़ाने का कारण कोरोना में हुए आर्थिक नुकसान का जनता को बताया गया।परंतु इस नुकसान में जनता की क्या भूमिका है। क्या जनता ने यह वैश्विक महामारी फैलाई जिससे सरकार को घाटा उठाना पड़ा और फिर मजबूरन सरकार को किराया बढ़ाना पड़ा? यह एक बड़ा सवाल है।(Himachal Buses Fare)
आपको बता दें की हिमाचल सरकार ने अपने कार्यकाल में बस किराया 50 प्रतिशत बढ़ाकर जनता को लूटने का प्रयास किया है जो की सही नहीं है।