जानकारी के अनुसार अधिकारी ने ऊना के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर से अस्पताल में एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) की स्थापना के लिए सहमति पत्र जारी करने के लिए 35 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
अस्पताल के डॉक्टर की शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। इस दौरान मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। डीएसपी विजिलेंस अनिल मेहता ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।