नई पैंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप सिंह ठाकुर ने कहा कि 3 मार्च बाहर को प्रदेश के कर्मचारी अपनी न्यायोचित मांग को पूरा करवाने को लिए शिमला विधानसभा तक पदयात्रा कर रहे थे, लेकिन पुलिस और प्रशासन द्वारा कर्मचारियों का रास्ता रोका गया। ऐसे में कर्मचारी वहीं बैठ गए जहां पुलिस ने रास्ता रोक दिया।
यहां तक पुलिस ने कर्मचारियों को उठाने के लिए पानी भी फैंका और लाठियां चलाई गईं, जिससे बचने के लिए हमारे साथी वहां से आगे निकले और विधानसभा के बाहर पहुंचे गए।
उन्होंने कहा कि विधानसभा के बाहर कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलने की अपील की, लेकिन मुख्यमंत्री कर्मचारियों से मिलने नहीं आए। इस दौरान कर्मचारियों को विधानसभा के बाहर से जबरन उठाया गया, जबकि कर्मचारी शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रख रहे थे। वहीं उसी रात संघ के कुछ पदाधिकारियों पर गलत तरीके से झूृठी एफ.आई.आर. दर्ज की गई, जोकि सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि समस्त प्रदेश के कर्मचारी झूठी एफ.आई.आर. के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस कार्यक्रम के अनुसार सभी कर्मचारी मंगलवार को दोपहर के भोजन के समय 11.30 से 2 बजे के बीच अपने कार्यालयों व विद्यालय के समक्ष एफ.आईआर. की कॉपी जलाएंगे।