मजे की बात यह है कि पुलिस का स्वयं भी अन्न त्याग आंदोलन चला हुआ है और अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक ढंग से ड्यूटी बजाते हुए उम्मीद लगाए हुए है कि सरकार उनकी भी सुध लेगी। कई बार भूख-प्यासे पुलिस कर्मी घंटों प्रदर्शनकारियों के आंदोलन, धरना प्रदर्शन में सेवारत रहते है।
कामगार संगठनों व कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन हो रहा है, लेकिन यातायात को बाधित नहीं होने दिया गया है। पुलिस पूरी तन्मयता से काम कर रही है
अजय भारद्वाज, डीएसपी ट्रैफिक
शहर में ये हुए हैं आंदोलन
भामसं के बैनर तले सोमवार को भारी संख्या में वर्करों ने आंदोलन किया और चौड़ा मैदान से लेकर सचिवालय तक का सफर पैदल ही किया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया। इस आंदोलन में सचिवालय के गेट को भी नुकसान हुआ। मंगलवार को जेबीटी प्रशिक्षुओं का धरना प्रदर्शन हुआ, जिसमें भी पुलिस बल लगाया गया और जेबीटी प्रशिक्षुओं के काफिले को टॉलैंड में ही रोक दिया गया।
गुरुवार को सीटू के बैनर तले भी कर्मचारियों ने खलीणी में धरना प्रदर्शन किया। इससे पहले रविवार को पुलिस कर्मचारी ओकओवर पहुंचे थे। इसी दौरान पीसमील कर्मचारियों का भी अंादोलन शुरू हो गया है। हालांकि उन्होंने अभी पैदल मार्च नहीं निकाला है और हड़ताल किए हुए है।