सवर्ण समाज के लोगों की मांगों के आगे आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सवर्ण समाज के लोगों द्वारा किए गए भारी विरोध प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सवर्ण आयोग के गठन का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री ने सदन में अपनी बात रखते हुए सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को अपने घरों को वापस लौटने का अनुरोध किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि काफी समय से सामान्य वर्ग के लोग सवर्ण आयोग के गठन की मांग कर रहे थे। हमने जानकारी जुटाई और पता चला कि दो राज्यों में सवर्ण आयोग है। बिहार में था लेकिन वे अब बंद हो चुका है। इसके अलावा मध्यप्रदेश में सामान्य वर्ग के आयोग का गठन हुआ है। इसी तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में भी सवर्ण आयोग का गठन होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर वर्ग हर समाज को एक साथ रहना है। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने आयोग के गठन का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने सदन के जरिए तमाम प्रदर्शन करने वालों से अनुरोध किया कि वे वापस अपने घरों को लौट जाएं और ये सुनिश्चित करें कि समाज में सभी भाईचारे के साथ रहें।