बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश में हिमाचल पथ परिवहन में कार्यरत पीस मील कर्मचारियों का आज हड़ताल का तीसरा दिन है जिसके चलते अब निगम की वर्कशॉप में बसों के काम की रफ्तार बहुत धीमी हो रही है। वहीं, पीस मील वर्कर संघ ने सरकार व निगम प्रबंधन से मांग रखी है कि उन्हें जल्द से जल्द अनुबंध पर लाया जाए।
जिला बिलासपुर के एचआरटीसी वर्कशॉप में पीस मील कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। पीस मील कर्मचारी जोगिंदर पाल का कहना है कि आज टूल डाउन स्ट्राइक का तीसरा दिन है परंतु अभी तक सरकार व एचआरटीसी प्रबंधन ने कोई फैंसला अभी तक पीसमील के हक में नहीं लिया है परिवहन मंत्री ने पिछली हड़ताल में दस दिन में अनुबंध में लेने की बात कही थी।
परंतु अभी तक सरकार की तरफ से कोई फैंसला नहीं लिया गया है । जोगिंदर पाल का कहना है की जो सरकार हमें तनख्वाह देती है उससे परिवार का पालन पोषण करना इस महंगाई के समय में बहुत मुश्किल है। पीसमील कर्मचारियों का कहना है की यदि सरकार के द्वारा हमें अनुबंध पर नहीं लाया जाता है तो इस आंदोलन को और तेज किया जायेगा ।
इंटक भी आई पीसमील कर्मचारियों के समर्थन में
प्रदेश इंटक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगत सिंह वर्मा आज एचआरटीसी वर्कशॉप पहुंचे । वहां पर बैठे पीसमील कर्मचारियों को उन्होंने समर्थन दिया । उन्होंने प्रदेश सरकार से पीसमील कर्मचारियों को अनुबंध पर लाने का आग्रह किया की जल्द से जल्द पीसमील कर्मचारियों को एचआरटीसी पीसमील पॉलिसी के तहत अनुबंध पर लाया जाए । यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो पीसमील कर्मचारियों के साथ इंटक भी इस टूल डाउन स्ट्राइक में बैठेगी और इस हड़ताल को और तेज किया जाएगा ।