जबकि युवक 1 दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाया गया था. उसके बाद उसकी रिपोर्ट जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजी गई थी. वहीं, कल देर रात युवक में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है.
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि इटली से 20 वर्षीय युवक भारत 22 नवंबर को पहुंचा था. उसके बाद वह अपने चंडीगढ़ रहने वाले रिश्तेदारों के पास आ गया. यहां स्वास्थ्य विभाग ने उसकी कोरोना की जांच कराई तो वह पॉजिटिव मिला. उसके बाद 1 दिसम्बर को नई दिल्ली ओमिक्रॉन की जांच के लिए उसका नमूना भेजा गया. उसी दिन इस युवक के संपर्क में आए सात अन्य लोगों की कोरोना रिपोर्ट भी कराई गई जिसमें वह सभी निगेटिव मिले हैं. हालांकि सभी को क्वारंटाइन रखा गया है.
11 दिसम्बर को युवक की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को मिली तो उसमें कोरोना का नया स्वरूप ओमिक्रॉन पाया गया है. वहीं, रविवार को युवक का दोबारा कोरोना टेस्ट किया गया है. चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग उसकी रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.
चंडीगढ़ प्रशासन ने उठाया कड़ा कदम वहीं, चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए सख्ती कर दी है. हाई रिस्क वाले आठ देशों से लौटे यात्रियों का एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है. यूटी प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि कोविड टेस्ट के साथ यात्रियों को सात दिन के लिए क्वारंटीन भी किया जा रहा है.
केंद्र के अनुसार, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल को ‘जोखिम वाले देशों’ की सूची में शामिल किया गया है. नए नियमों के अनुसार, ‘जोखिम वाले देशों’ से आने वाले यात्रियों को आरटी-पीसीआर जांच कराना अनिवार्य है और उन्हें परिणाम आने के बाद ही हवाई अड्डे से जाने की अनुमति होगी. इसके अलावा अन्य देशों से आने वाले दो प्रतिशत यात्रियों की जांच की जाएगी और इस जांच के लिए किसी भी यात्री के नमूने लिए जा सकते हैं.