अगर हम हमीरपुर डिपो की ही बात करें, तो हमीरपुर डिपो को सिर्फ एक महिला कंडक्टर ही मिल पाई है। हालांकि डिपो को करीब 30 कंडक्टरों की जरूरत है। डिपो में 183 रूटों में से अभी तक 150 के करीब रूट बहाल हो चुके हैं। इन रूटों का जिम्मा 172 कंडक्टरों के हवाले है। इनमें से 20 कंडक्टर निगम के अलग-अलग बस अड्डों व बुकिंग काउंटर इत्यादि में सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में निगम करीब 152 कंडक्टरों से ही अभी तक काम चला रहा है।
इस तरह निगम के दूसरे डिपो भी नए कंडक्टरों की आस लगाए बैठे थे, उन्हें जरूर झटका लगा है। हालांकि संबंधित कंडक्टरों को सप्ताह के भीतर औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें डिपो इंचार्ज के पास ड्यूटी ज्वाइन करनी होगी। सभी कंडक्टरों को नियुक्ति अनुबंध पर की गई है, इन्हें 5910+2400 ग्रेड और 8310 रुपए मासिक वेतन मिलेगा।
कहां, कितने कंडक्टरों को ज्वाइनिंग
हिमाचल पथ परिवहन निगम ने रिकांगपिओ डिपो को 78, लोकल यूनिट शिमला डिपो को 69, केलांग डिपो को 57, रामपुर डिपो को 48, नालागढ़ डिपो को 47, रोहडू डिपो को 41, रूरल यूनिट शिमला डिपो को 40, सोलन डिपो को 36, नेरवा डिपो को 29, नाहन को 20, तारादेवी को 19, परवाणु व धर्मपुर डिपो को 16-16, सरकाघाट को नौ, बिलासपुर व नगरोटा बगवां को 8- 8, जोगिंद्रनगर को सात, करसोग व ऊना डिपो को 4-4, चंबा डिपो को तीन, सुंदरनगर डिपो को दो और हमीरपुर, पालमपुर व देहरा डिपो को 1-1 कंडक्टर की सौगात दी है।