प्रेम देवी ने कहा कि अगर आजादी 2014 में मिली है तो बताओ 1947 में क्या मिला था। वो भीख, किस पात्र में मिली थी। पात्र थाली थी या भीख का कटोरा। प्रेम देवी ने कहा कि उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों से लगातार फोन आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो उस क्रांतिकारी परिवार से संबंध रखती हैं, जिसने अंग्रेजों के राज में लगान नहीं दिया। साथ ही आम जन मानस को स्वाधीनता के प्रति जागरूक किया था।
प्रेम देवी शास्त्री ने कंगना के बयान को देशद्रोही व भड़काऊ करार दिया और कहा कि कंगना ने उन वीर सपूतों का अपमान किया है, जिन्होंने भारत को आजाद करवाने के लिए अपने प्राणों को हंसते-हंसते न्यौछावर कर दिया था।