शोक सभा में उपस्थित कनाडा में रह रहे हिमाचलियों ने इस दौरान बाली के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनकी तस्वीर पर अपने हस्ताक्षर सहित अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। हिम कैन एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा बाली जी ना की हिमाचल से ,जो हिमाचली कनाडा में रहते हैं उनके साथ भी जुड़े हुए थे।
पूर्व परिवहन प्राधिकरण सदस्य दीपक लटठ ने सभा संबोधन में बताया जीएस बाली का असमय जाना परिवार के लिए तो भारी क्षति है ही इसके साथ ही हिमाचल की सियासत और समाज के लिए भी कभी न भर पाने वाला नुकसान है। क्योंकि इस तरह का क्षमतावान दूरदृष्टि नेतृत्व मिल पाना लगभग असंभव होता है प्रत्येक व्यक्ति की पीड़ा को अपनी पीड़ा समझना और हर किसी के दुख की घड़ी में सदैव खड़े हो जाना यह जीएस बाली का गुण था