कुछ दिनों के बाद उसे फोन आया कि वह एयरपोर्ट से बोल रहे हैं और आपका पोलैंड से कोरियर आया है, जिसके क्लीयरैंस चार्जिज 40 हजार रुपए हैं, जोकि जमा करवाने होंगे। उसने उक्त पेमैंट ऑनलाइन कर दी। कुछ देर के बाद उसे दोबारा फोन आया कि इस पार्सल की स्कैनिंग में सामने आया है कि इसमें 1 लाख डॉलर कैश है जोकि भारत में कानून के खिलाफ है। यह कैश एक विदेशी बैंक की भारत शाखा में जमा होगा और इंडियन करंसी में आपको लगभग 74 लाख रुपए की पेमैंट होगी।
फिर उसे उक्त बैंक से महिला का फोन आया कि 1 लाख डॉलर के कनवर्शन चार्जिज, जोकि 75 हजार और 2.54 लाख बनते हैं, जमा करवाओ और 74 लाख रुपए उसके खाते में आ जाएंगे, जिसके बाद इसने ऑनलाइन पैसे जमा कर दिए। उसके बाद उसी महिला का फिर फोन आया कि 74 लाख का 12,82,700 टैक्स जमा करना होगा, जिस पर इसने कहा कि उसके पास पैसे नहीं हैं।
जिसके बाद उसे फिर एयरपोर्ट के नाम से फोन आया कि 7.5 लाख मैं हैल्प करता हूं और बाकी टैक्स की रकम अदा कर दो, फिर उसने 17 नवम्बर को 2,82,700 रुपए और 18 नवम्बर को 2.5 लाख रुपए जमा करवाए। अगले दिन फिर उसे बैंक वाली महिला का फोन और मेल आती है कि उसको एंटी टैररिस्ट सर्टीफिकेट लेना होगा, जिसके लिए 1,99,200 रुपए जमा करवाने होंगे।
20 नवम्बर को फिर बैंक वाली महिला का फोन आता है कि आपको कोरियर से ATM कार्ड भेजा है, सारा पैसा उसमें जमा है। 22 नवम्बर को उसे एटीएम व पिन मिला और फोन पर कहा कि 10 हजार रुपए निकाल कर देखो कि ट्रांजैक्शन हो रहा है या नहीं। बैंक से फिर फोन आया कि एटीएम कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है।
जिसको एक्टिव करने के लिए 11,80,000 रुपए जमा करने होंगे, फिर पूरी राशि मिलेगी। शिकायतकर्ता के अनुसार इस तरह उससे 10.98 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। डीएसपी बद्दी नवदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।