उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि उनके भविष्य के लिए सरकार पॉलिसी बनाए तो उसमें नियुक्ति के लिए इन्हें ही पहले अधिमान दिया जाए। स्टाफ नर्सों का कहना है कि 6 महीने पहले 60 स्टाफ नर्सों की ड्यूटी कोविड केयर सेंटर खलियार मंडी में लगाई गई थी। इस दौरान उन्होंने अपनी जान जोखिम में डाल मंडी जिला के अन्य अस्पतालों में भी अपनी सेवाएं दी। परंतु अब उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। स्टाफ नर्सों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौर में उन्होंने अपने परिवार से अलग रह कर भी लगातार अपनी सेवाएं दीं लेकिन आज सरकार उन्हें उनकी सेवाओं के बदले बाहर का रास्ता दिखा रही है।
स्टाफ नर्सों का कहना है कि सरकार उन्हें बाहर निकाल कर नई पॉलिसी बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि नई पॉलिसी में यदि उन्हें नजरअंदाज किया जाता है तो वह सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर देंगी। जिसकी जिम्मेदार हिमाचल प्रदेश की सरकार होगी। इस दौरान दो दर्जन से ज्यादा स्टाफ नर्सें मौजूद रहीं।