उपचुनाव में उनके पास पैसे की कमी के अलावा पार्टी का संगठन भी मजबूत नहीं था। संगठन को और मजबूती प्रदान करने के लिए इसे पार्टी मंच पर रखा जाएगा ताकि संगठन में जो सुधार की जरूरत है, उसे आने वाले समय में ठीक किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार और सांसद की अपनी-अपनी भूमिका रहती है, इसलिए सब मिलकर लोकतंत्र को आगे बढ़ाएं और जनादेश का सम्मान करें।
उन्होंने कहा कि प्रतिभा सिंह कांग्रेस की सांसद नहीं हैं बल्कि समूचे मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता की सांसद हैं। नवनिर्वाचित सांसद संसद में मंडी संसदीय क्षेत्र की उन समस्याओं को उठाएंगी, जिन्हें भाजपा के सांसद एकतरफा दिखाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में जल विद्युत परियोजनाओं की वजह से भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। आने वाले समय में स्थानीय लोगों की सहमति के बिना कोई भी प्रोजैक्ट न लगाया जाए, वहीं जनजातीय क्षेत्रों में नौतोड़ के अधिकार को भी बहाल किया जाए। इस अवसर पर पूर्व नगर परिषद मंडी के अध्यक्ष पुष्पराज शर्मा, विकास कपूर, तरुण कपूर व जिला परिषद सदस्य चंपा ठाकुर उपस्थित रहे।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मंडी हमारी थी, हमारी है और हमारी रहेगी, का नारा देकर क्षेत्रवाद को बढ़ावा देने की कोशिश की जबकि धरातल पर लोगों की समस्याएं और हैं, जिनका समाधान किया जाना जरूरी है। मंडी में मिशन-2022 के तहत सभी 10 सीटों को जीतने के प्रयास करेंगे। जीत के जश्न को बंद कर काम पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सांसद प्रतिभा सिंह मंडी संसदीय क्षेत्र में जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगी। इसके साथ ही मंडी में कार्यालय खोला जाएगा ताकि आम जनता उनसे सीधे मिल कर जुड़ सके।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि 12 हजार से ज्यादा लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया है, जिस पर भाजपा और कांग्रेस को सोचना होगा। लोगों में लोकतंत्र में विश्वास जगाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में ही एससी/एसटी व अन्य आयोग स्थापित हुए हैं, ठीक उसी प्रकार सवर्ण आयोग की स्थापना भी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह किसी के अधिकारों को खत्म करने के पक्ष में नहीं हैं। सवर्ण आयोग गठित करने से उन्हें अपना पक्ष रखने और बातचीत का अवसर मिलेगा।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह पंडित सुखराम का मान-सम्मान करते हैं। चुनाव में उनका आशीर्वाद मिला है। वह स्वास्थ्य के चलते चुनाव प्रचार में शामिल नहीं हो पाए। मंडी के मान-सम्मान को बहाल किया जाएगा, जैसे पूर्व में पंडित सुखराम, वीरभद्र सिंह, महेश्वर सिंह, रामस्वरूप शर्मा और प्रतिभा सिंह ने मंडी को छोटी काशी के रूप में ख्याति दिलाई है।
जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर के मंडी शहर के मोती बाजार में स्थित उनके निवास पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी को और मजबूती प्रदान करने व संसदीय सीट पर कांग्रेस की जीत पर बधाई दी।