रेलवे प्लेटफार्म पर लगे गंदगी के ढेर, खाना खाने को भी नहीं मिल रही साफ जगह Read Full News...

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रेलवे स्टेशन के 13 नंबर प्लेटफार्म पर फैली गंदगी से परेशान लेबर, पल्लेदार, अधिकारी जहां दूसरे राज्यों में जाने वाले अनाज गेहूं, चावल, मक्का व अन्य खाद्य पदार्थ जिनकी गंदगी में ही लोडिंग, अनलोडिंग हो रही। इस संबंधी रेलवे के उच्च अधिकारी मूकदर्शक बने बैठे हैं। जिस अनाज को लोगों के खाने के लिए भरा जाता हैं जहांं सफाई का पूरा प्रबंध होना चाहिए, उसे गंदगी में गोदामों से ट्रकों से लादकर रेलवे मालगाड़ी में भरा जाता है हैरानी की बात है कि जिस पोलिथीन को रेलवे के डिब्बों के नीचे बिछाया जाता है व डिब्बों के अंदर से सफाई झाड़ू बगैरा लगाकर वहीं फेंक दिए जाते हैं, जिससे वहां इनका ढेर लगा चुका है। बताते चलें कि स्थानीय रेलवे स्टेशन के 13 नंबर प्लेटफार्म के पास गंदगी व कीचड़ के ढेर लगे रहने के चलते यहां काम करने वाले पल्लेदार प्लेटफार्म पर माल की लोडिंग अनलोडिंग करने वाले लेबर परेशान है, वहीं उन्हें धूप, बरसात, सर्दी, कीचड़ में काम करने के लिए कोई शेड का प्रबंध भी नहीं किया गया है।

गंदगी के ढेरों से उठने वाली बदबू व अन्य सुविधाओं के अभाव के चलते पल्लेदारों का काम करना भी मुश्किल है। मजदूरों ने बताया कि पल्लेदारों को गंदगी के पास न चाहते हुए बैठकर खाना खाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस बाबत वे कई बार रेलवे विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा चुके है, बावजूद स्थिति आज भी ढाक के तीन पात वाली बनी हुई है। बता दें कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 13 पर माल के लोडिंग अनलोडिंग करने वाले एफसीआई के अधिकारी व पल्लेदार भीषण गर्मी, सर्दी, बरसातों में मजदूरी करने के लिए विवश हैं। वहां पर न तो साफ पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही धूप से बचाव के लिए किसी शेड की वहां शौचालयों का प्रबंध भी नहीं है। रेलवे अधिकारी इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दे रहे। इस संबंध में मजदूरों ने जल्द रेलवे के उच्च अधिकारियों को मजदूरों की समस्याओं के समाधान की मांग की है। इस संबंध में पहले भी कई समाजसेवी संस्थाओं ने आवाज उठाई है और रोष प्रदर्शन भी किए गए हैं, परंतु अभी तक सफाई व्यवस्था का प्रबंध नहीं है और हैरानी की बात है कि इस मामले में एफसीआई के अधिकारी पल्लेदार मजदूर खुलकर बात करने के लिए तैयार नहीं हैं।

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