चालक-परिचालकों के तीन साल से भत्ते लंबित है। पीस मिल कर्मचारी लगातार संघर्षरत है कि कोई नई नीति नहीं बना सकते तो कम से कम कांग्रेस सरकार के समय बनाई गई नीति के अनुसार ही उनको अनुबंध पर किया जाए। प्रदेश अध्य्क्ष, हिमाचल परिवहन कर्मचारी महासंघ इंटक उमेश शर्मा ने कहा कि इसके अलावा 4-9-14 व 20 साल के बाद लगाई गई वार्षिक वेतनवृद्धियों का एरियर नही दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हालांकि मुख्यमंत्री, प्रदेश सरकार के पूर्व व वर्तमान परिवहन मंत्री कई बार कार्यक्रम में आकर लुभावने वादे कर चुके हैं, लेकिन नतीजा शून्य ही है। भविष्य में परिवहन निगम के कर्मचारी एक बड़े आंदोलन की तरफ बढ़ रहे है, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।