रिपोट्र्स बताती हैं कि अगर यह कानून पारित हो जाता है, तो मां-पिता को अपने बच्चों की गलतियों के लिए दंडित किया जाएगा।
बच्चों को मजबूरन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी, देश और समाजवाद से प्यार करना सिखाया जाएगा। प्रस्तावित कानून के मसौदे पर बहस होनी बाकी है।
प्रस्तावित नियम बच्चों को आराम करने और व्यायाम करने के लिए अलग-अलग समय निर्धारित करने की भी बात कहता है। विधायी मामलों के आयोग के प्रवक्ता जांग तिवेई ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि बच्चे कई कारणों से गलत काम को अंजाम देते हैं। इसका प्रमुख कारण परिवार में शिक्षा की कमी है।