कैप्टन को उम्मीद है कि 2022 के चुनाव में उनकी पार्टी और बीजेपी के बीच सीटों को लेकर समझौता हो जाएगा, ताकि उनके उम्मीदवारों को जीतने में दिक्कत ना आए।
इसके अलावा उन्होंने अकाली दलों और अन्य पार्टियों से भी सहयोग मिलने की उम्मीद जताई।
आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी अध्यक्ष बनाने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उनकी बेइज्जती की और पार्टी छोड़ने पर मजबूर किया। उन्होंने पहले भी कहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू जहां से भी चुनाव में खड़े होंगे, वो उनका विरोध करने के लिए पहुंच जाएंगे और उन्हें किसी हालत में जीतने नहीं देंगे। मोटे तौर पर कांग्रेस ने नवजोत सिंह को तरजीह देकर, ना सिर्फ अपना एक वफादार साथी खोया है, बल्कि एक ताकतवर दुश्मन भी खड़ा कर लिया है।