किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन की वजह से यात्रियों को काफि परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चंडीगढ़ जाने वाली ट्रेन के यात्रियों का कहना है कि रेल रोको आंदोलन के कारण एसएएस नगर जिले की डेरा बस्सी तहसील के दप्पर स्टेशन पर ट्रेन को रोके जाने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसान संघों द्वारा बुलाए गए रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर, हरियाणा के बहादुरगढ़ रेलवे स्टेशन पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को तैनात किया गया है। बहादुरगढ़ के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) पवन शर्मा ने कहा, किसान संघों ने आज सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक रेल रोको विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। इसलिए, हमने यहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। बीएसएफ यहां भी है। हम परिस्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन पर भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि रेल रोको आंदोलनअलग-अलग जिलों में अलग-अलग जगह होगा। पूरे देश में वहां के लोगों को पता रहता है कि हमें कहां ट्रेन रोकनी है। भारत सरकार ने अभी हमसे कोई बात नहीं की है।
किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन के आह्वान का असर कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। अमृतसर के देवीदास पुरा गांव में प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठे है। वहीं, हरियाणा के सोनीपत जंक्शन रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारी बहादुरगढ़ में रेलवे ट्रैक पर बैठे है।
वहीं, इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। लखनऊ पुलिस ने कहा है कि किसान संगठन के रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। जिले में 144 सीआरपीसी भी लगाया गया है और अगर कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो एनएसए लगाया जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को जारी बयान में कहा कि लखीमपुर खीरी नरसंहार मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र को मंत्री पद से बर्खास्त करके तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की जाएगी, ताकि लखीमपुर खीरी हिंसा में न्याय सुरक्षित किया जा सके। इसके लिए घोषित कार्यक्रम के तहत 18 अक्टूबर को रेल सेवाएं बाधित की जाएंगी। किसान संगठनों की तरफ से कहा गया है कि रेल संपत्ति को बिना क्षति पहुंचाए रेल रोको शांतिपूर्ण रहेगा।
संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति के सदस्य बलबीर राजेवाल ने बताया कि अजय मिश्र और उनका बेटा, आशीष मिश्रा लखीमपुर खीरी हत्याकांड का मुख्य आरोपी हैं। इन पर कड़ी कार्रवाई नहीं होने पर रेल रोकी जाएंगी। मोर्चा ने कहा कि उन्होंने अपने भाषणों में हिंदुओं और सिखों के बीच नफरत, दुश्मनी और सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा दिया। उनके वाहनों को शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को कुचलने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा में चार किसानों सहित कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोप लगाया था कि एमओएस टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने एक किसान को गोली मार दी थी, जबकि अन्य को उनके वाहनों ने कुचल दिया था। हालांकि, टेनी ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनका बेटा घटना स्थल पर मौजूद नहीं था। आशीष ने वही दोहराया और एसकेएम के आरोपों का खंडन किया। मामले में अब तक आशीष मिश्रा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।