21 अक्तूबर को उनकी ड्यूटी उद्योग में सीसीएम एरिया के अंदर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक थी। जहां पर वे काम करते हैं, वहां पर ऊपर सैंटर गाड़ी क्रेन चलती है।
कृष्णा कुमार ने बताया कि सुबह करीब 8.30 बजे जब वे काम कर रहे थे तो अचानक ऊपर से क्रेन का एंगल टूटकर नीचे काम कर रहे आशुतोष प्रसाद के सिर पर लगा, जिससे आशुतोष प्रसाद के सिर, मुंह व नाक से खून बहने लगा और वह बेहोश हो गया।
आशुतोष को इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ ले जाया गया, जहां पर इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
शिकायतकर्ता के अनुसार उद्योग प्रबन्धक वर्ग की तरफ से उन्हें किसी भी प्रकार का कोई भी सेफ्टी उपकरण पहनने के लिए नहीं दिया जाता और यदि सेफ्टी उपकरण दिए जाते तो उसके भाई की मृत्यु न होती। डीएसपी बद्दी नवदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने
उद्योग प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।