वीरभद्र सिंह के निधन से उन्होंने ही नहीं, पूरे प्रदेश ने लोकप्रिय नेता खो दिया है। वह लाखों लोगों के दिलों में बसते थे। उपचुनाव मोदी सरकार की तानाशाही, बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे दिनों के वायदे, हर साल दो करोड़ रोजगार देने जैसे झूठे वायदों के मुद्दों पर लड़ा जा रहा है। देश का किसान और बागवान तीन नए काले कृषि कानूनों के विरोध में सड़कों पर बैठा है।
कांग्रेस ने 70 सालों के अपने शासनकाल में जो सरकारी संपत्तियों को बनाया था, उसे केंद्र की मोदी सरकार आज एक एक करके बेच रही है।
सीबीआई जांच पर केंद्र सरकार का दबाव : आशा
मंडी संसदीय क्षेत्र की प्रभारी और डल्हौजी की विधायक आशा कुमारी ने जोगिंद्रनगर में प्रेस वार्ता में कहा कि सांसद रामस्वरूप की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में सीबीआई जांच न करवाने पर प्रदेश सरकार पर केंद्र का दबाव हावी रहा है।
17 विस क्षेत्रों के मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले दिवंगत सांसद रामस्वरूप शर्मा की संदिग्ध मौत मामले की सीबीआई जांच की मांग पर स्वजनों के कहने के बावजूद प्रदेश सरकार ने दिलचस्पी नहीं दिखाई।
करीब चार लाख मतों से जीत हासिल करने वाले सांसद रामस्वरूप शर्मा की रहस्यमयी मौत पर उनके परिजन भी लगातार दिल्ली के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सरकार ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। भाजपा विकास के मुद्दों पर बहस करने से बच रही है।