यह देख कर आनन-फानन में बिजली विभाग को सूचित कर बिजली की सप्लाई को बंद करवाया लेकिन तब तक गाय की मृत्यु हो चुकी थी। वे कहते हैं कि करीब 35 हजार के करीब नुकसान उनका हुआ है।
उनका कहना है कि बिजली की तार जमीन में पड़ने के चलते यह हादसा हुआ है उनका कहना है कि इस बारे में विद्युत विभाग और उनके फील्ड स्टाफ को पहले भी सूचित किया गया था लेकिन विभाग द्वारा किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई।
जिसके चलते एक साथ दो जानें चले गई। इस हादसे पर गहरा शोक प्रकट करते हुए ग्राम पंचायत तलकेहड़ कि प्रधान सूचिका ने कहा कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलवाने कि पूरी कोशिश की जाएगी।
जब इस बारे में हमारी बात सहायक अभियंता विद्युत उप मंडल बैजनाथ दान सिंह से हुई तो उन्होंने इस हादसे का गहरा शोक व्यक्त किया है। इसी तरह से कनिष्ठ अभियंता विद्युत विभाग बीड़ भुबनेश्वर कुमार से जब बात हुई तो उन्होंने कहा कि, अचानक से होल्डिंग वायर का टूटना इस हादसे का कारण हो सकता है, उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा विभाग को सूचित किया गया है, इस बात की जानकारी उन तक नहीं पहुंची है।
वे कहते हैं कि हाल में ही कुछ दिनों पहले वहां पर टर्मिनेशन किट का निर्माण कार्य किया गया था ,लेकिन इस बात की जानकारी उन तक नहीं पहुंची है की बिजली की तार जमीन में पड़ी है। वे कहते हैं कि इस हादसे का उन्हें वेहद ही शौक है।
दूसरी तरफ वहीं इस हादसे का गांव वालों में भारी रोष देखा गया, वे कहते हैं कि इसके साथ ही एक मैदान है जहां पर प्रतिदिन भारी संख्या में युवा खेलने के लिए पहुंचते हैं, कभी भी एक जान माल का नुकसान वहां पर हो सकता है। लेकिन विद्युत विभाग इस पर कोई भी संज्ञान नहीं ले रहा है।