प्रेस वार्ता में महंगाई पर पूछे गए सवालों पर गणेश दत्त घिर गए. उन्होंने कहा कि महंगाई कुदरत पर निर्भर है. भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख एवं हिमफेड के चेयरमैन गणेश दत्त ने कांग्रेस विधायक आशा कुमारी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आशा कुमारी द्वारा रावण शब्द का प्रयोग उचित नहीं है. कांग्रेस पार्टी की यह पुरानी आदत रही है. पहले सोनिया गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मौत के सौदागर की टिपणी की थी।
गणेश दत्त ने भाजपा सरकार की उपलब्धियां भी गिनवांई. महंगाई पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भ्रष्टाचार के कारण महंगाई बढ़ी थी. पर केंद्र की मोदी सरकार ने महंगाई को रोकने की पूरी कोशिश की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता महंगाई- महंगाई चिल्ला रहे हैं. आकर इस पर चर्चा में भाग ले सकते हैं, क्योंकि आज महंगाई की बात इन कांग्रेस वालों को बहुत नजर आ रही है. लेकिन हमारी आदत आंकड़ो पर बात करने की है।
उच्चतम स्तर 11.99 % तक चली गयी थी
मोदी सरकार के 7 साल के कार्यकाल में महंगाई दर वर्ष 2020- 21 के दौर में उच्चतम रही है, जोकि 6.62 % है. उन्होंने कहा कि मजे की बात ये है कि ये दर पूर्व की कांग्रेस सरकार के दस सालों (2004 से 2014 कांग्रेस सरकार ) में से 7 साल की महंगाई दर से कम रही है. मनमोहन सरकार के दौरान महंगाई दर 2010 में 50 साल के रिकार्ड तोड़ते हुए उच्चतम स्तर 11.99 % तक चली गयी थी. वहीं, दूसरी तरफ मोदी सरकार में यही महंगाई दर 1978 के बाद 50 सालों के न्यूनतम स्तर पर आ गयी थी. वर्ष 2017 में जोकि 3.33% थी.