Heavy Rain : उत्तराखंड में काल की बारिश, 14 मजदूरों समेत 40 लोगों की मौत: Read More

News Update Media
0
उत्तराखंड के पहाड़ों में पिछले चौबीस घंटे से लगातार हो रही बारिश, भू-स्खलन और बादल फटने से 14 मजदूरों समेत 40 लोगों की मौत हो गई है। नैनीताल जिला के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के बाद आई आपदा में नौ मजदूर एक ही घर में जिंदा दफन हो गए, जबकि दीवार ढहने से पांच मजदूरों की दर्दनाक मौत हुई है और दो लोग पहाड़ी से मलबा गिरने से मर गए। एक अन्य घटना में घर में मलबा आने से 10 लोगों के मरने की सूचना है। इसके अलावा विभिन्न जगहों पर 14 अन्य लोग भी बारिश जनित दुर्घटनाओं की भेंट चढ़ गए हैं। नैनीताल और अन्य क्षेत्रों से कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिसमें सड़कों और पुलों से पानी बहता दिख रहा है। यही नहीं रेल की पटरियां तक बह गई हैं। एक के बाद एक कई भू-स्खलन की घटनाओं की वजह से इस प्रसिद्ध पर्यटन स्थल को जोड़ने वाली मुख्य सड़कें अवरुद्ध होने से नैनीताल उत्तराखंड के बाकी हिस्सों से पूरी तरह से कट गया है।

प्रशासन की ओर से राहत व बचाव का कार्य शुरू कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला में लगातार हो रही बारिश की वजह से रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में नौ मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए हैं। 


ये सभी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। सभी मजदूर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार देर शाम बाढ़ प्रभावित कुमाऊं का दौरा किया। उन्होंने आपदा में हताहत होने वालों के स्वजनों को चार लाख रुपए मुआवजा और नुकसान पर एक लाख रुपए देने की घोषणा की।

नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर

देहरादून – उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ के कारण रविवार से लगातार हो रही तेज बारिश से गंगा, यमुना, अलकनंदा सहित सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान से महज 20 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। त्रिवेणी घाट के आरती स्थल समेत विभिन्न गंगा घाट जलमग्न हो गए हैं। प्रशासन तटीय क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज रहा है।

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top