मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी जिला के रघुनाथ का पद्धर में प्रदेश के पहले सरकारी क्षेत्र के 20 बिस्तरों की क्षमता वाले आदर्श नशामुक्ति एवं पुर्नवास केंद्र का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार नशे के आदि युवाओं की नशे की लत छुड़ाने के लिए नशामुक्ति एवं पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नशे की आपूर्ति और मांग को कम करने और नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले नुकसान को कम करने के उद्देश्य से राज्य में त्रिस्तरीय रणनीति लागू की है।
उन्होंंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मादक पदार्थों की तस्करी को गैर जमानती अपराध की श्रेणी में रखा है और इस अपराध में शामिल लोगों की संपत्ति जब्त की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस केंद्र को और अधिक सुदृढ़ बनाने के प्रयास किए जाएंगे। बता दें कि हिमाचल प्रदेश ऐसा राज्य है जहां अपनी समग्र नशा निवारण नीति बनी है। इसके लिए मुख्यमंत्री की ओर से विशेष फंड का प्रावधान किया गया है। आज के दौर में नशा भयंकर रूप धारण कर चुका है। मंडी का आदर्श नशा निवारण संस्थान प्रदेश में मॉडल बनकर उभरेगा। इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के आधार पर चलाया जाएगा।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, विधायक अनिल शर्मा, राकेश जम्वाल, जवाहर ठाकुर, विनोद कुमार और प्रकाश राणा, जिला परिषद के अध्यक्ष पाल वर्मा, मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, उपायुक्त अरिंदम चौधरी, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री, नशा निवारण बोर्ड के राज्य संयोजक ओपी शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे