वर्ष 2015 में केंद्र की जेएनआरएम मिशन के तहत सुंदरनगर को मिली नीली बसें जो काफी समय से सड़कों पर नहीं चल रही हैं, आजकल कबाडिय़ों का बसेरा बनी हुई हैं। टैक्सी यूनियन के चेयरमैन तारा तुंगला ने बताया कि जो जगह टैक्सी और ऑटो के लिए बस स्टैंड में सरकार ने चिन्हित करके रखी है, उसी जगह पर इन बसों को जानबूझकर खड़ा किया गया है, ताकि टैक्सी और ऑटो वालों को परेशानी हो।
उन्होंने कहा कि इन बसों की हालत आज कबाडख़ाने की तरह हो गई है और इसमें बाकायदा मंदबुद्धि और कबाड़ी लोग शरण लिए हुए हैं, मगर इस संबंध में बस अड्डा प्रशासन कुछ नहीं कर पाया है। ऐसे में राम भरोसे रखी गई इन बसों में पहले भी कई बार चोरी की वारदातें हो चुकी हैं।
उधर आरएम विनोद कुमार ने बताया कि मामला उनके ध्यान में है। उन्होंने माना कि एक मंदबुद्धि एक बस में गंदगी डाल रहा था, जिसकी शिकायत प्रशासन और पुलिस को दे दी गई थी। बस को साफ करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन बसों के रूट न होने की वजह से औऱ सवारियां न होने से इन्हें खड़ा करना पड़ा है।