ऊना: रोबोट निकालेंगे गायों का दूध , 44 करोड़ से खुलेगा हाईटेक डेयरी फार्म

News Updates Network
0
ऊना : आधुनिक समय में जहां हर चीज हाईटेक हो रही है वहीं अब पशुओं के डेयरी फार्म भी हाईटेक तकनीक से लैस होने वाले हैं। आधुनिक तकनीकों और उपकरणों से लैस एक हाईटेक डेयरी फार्म जिला के बसाल गांव में खुलने जा रहा है। आधुनिक समय के इस डेयरी फार्म में पशुओं को घास डालने से लेकर गोबर हटाने यहां तक कि उनका दूध तक निकालने का काम अब इंसान नहीं बल्कि रोबोट करने वाले हैं। करीब 44 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस डेयरी फार्म के लिए केंद्र सरकार द्वारा 38 करोड़ रुपए की राशि हिमाचल प्रदेश को जारी कर दी हैं। हाईटेक तकनीकों से लैस इस डेयरी फार्म का पूरा जिम्मा मशीनों के सिर पर होगा। केंद्र सरकार के पशुपालन मंत्रालय द्वारा हिमाचल प्रदेश को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस डेयरी फार्म कम ट्रेनिंग सेंटर के रूप में यह संस्थान दिया गया है। 10 एकड़ के क्षेत्रफल में स्थापित होने वाले इस डेयरी फार्म में 300 हाइब्रिड देसी गायों को रखने का प्लान बनाया जा रहा है। 

आधुनिक समय में जहां हर इंसान अब मशीनों के सहारे जिंदगी गुजर बसर करता जा रहा है। वही मशीनी और हाईटेक तकनीकों के ऐसे युग का फायदा अब मवेशी भी उठाने वाले हैं। हिमाचल प्रदेश में पहली बार ऐसा होने जा रहा है। प्रदेश के ऊना जिले की ग्राम पंचायत बसाल में ऐसा डेयरी फार्म खुलने जा रहा है, जहां पर दुधारू पशुओं का दूध इंसान नहीं बल्कि रोबोट निकालेंगे। रोबोट्स के सहारे ही पूरे डेयरी फार्म को चलाया जाएगा। इतना ही नहीं गायों को घास डालने से लेकर उनका गोबर हटाने समेत अन्य तमाम कार्यों को मशीनरी द्वारा ही किया जाएगा। इसके लिए केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय सेंटर ऑफ एक्सीलेंस डेयरी फार्म कम ट्रेनिंग सेंटर बसाल में स्थापित करने जा रहा है। यह प्रोजेक्ट 44 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। जिसमें केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय द्वारा हिमाचल प्रदेश को 38 करोड़ रुपए जारी कर दी गई हैं, जबकि शेष राशि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा जारी की जाएगी। इसी बजट में डेयरी फार्म का स्ट्रक्चर बनाने के साथ-साथ रोबोट की खरीदी की जाएगी। करीब 10 हेक्टेयर भूमि में बनने वाले इस डेयरी फार्म के लिए भूमि का चयन कर लिया गया है और भूमि स्थानांतरण की प्रक्रिया चल रही यही। यह डेयरी फार्म प्रदेश में अपनी तरह का पहला हाईटेक फार्म होगा। इसके साथ जहाँ पर पशुपालकों, विशेषज्ञों और चिकित्सकों को ट्रेनिंग देने के लिए भी विशेष प्रशिक्षण संस्थान बनाया जाएगा। इस फार्म में करीब 300 देसी हाई ब्रीड गायों को रखा जाएगा। इनमें रेड सिंधि, थारपार्कर, साहिवाल, गिर और कोकरेंज गाय शामिल होंगी। हाईटेक तकनीक से लैस इस डेयरी फार्म और ट्रेनिंग सेंटर का काम होने की संभावना है। पशुपालन विभाग के अधिकारी वर्तमान में भूमि हस्तांतरण के काम को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने में लगे हैं। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. जे.एस. सेन का कहना है कि जमीन पशुपालन विभाग के नाम होते ही विभाग द्वारा डेयरी फार्म और ट्रेनिंग सेंटर का कार्य पूरा किया जाएगा। उसके साथ अन्य कार्य को अमलीजामा पहनाया जाएगा।

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top