दरअसल, पार्टी हाईकमान और केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई इस गुमनाम चिट्ठी में सीएम जयराम के एक मंत्री पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वहीं, अब इस चिट्ठी के लीक होने के बाद से चर्चाओं का बाजार काफी गर्म हो गया है।
हिमाचल बीजेपी के अंदर भी इस पत्र के सामने आने के बाद से तूफान मचा हुआ है। भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए इस पत्र में जयराम ठाकुर के मंत्री के साथ ही एक आयोग के अध्यक्ष को भी इसमें लपेटे में लिया गया है।
बताया जा रहा है कि इस पत्र में दोनों पर भ्रष्टाचार सहित कई अन्य गंभीर आरोप हैं। गौरतलब है कि हिमाचल में तीन सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व भी पसोपेश की स्थिति में फंस गया है।
बताया जा रहा है कि यह पत्र किसी बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा लिखा गया है। पत्र में सीएम जयराम पर भी मंत्री द्वारा दबाव बनाने तक की बात कही गई है। पत्र में एक बड़े अधिकारी को भी लपेटे में लिया गया है। अब यह पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल हो चुका है।
अब देखना यह होगा कि पत्र बम का हिमाचल की सियासत पर क्या असर पड़ता है। गौरतलब है कि इससे पहले भी हिमाचल भ्रष्टाचार के आरोप में हिमाचल स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी पर कार्रवाई हो चुकी है। इसी मामले की आंच तत्कालीन हिमाचल बीजेपी अध्य़क्ष डॉ राजीव बिंदल तक जा पहुंची थी, जिसके बाद उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में देखना यह होगा कि नया लेटर बम क्या गुल खिलाता है।
अब पत्र केंद्रीय नेतृत्व को भी भेज दिया गया है। ऐसे में इस मुद्दे पर पार्टी हाईकमान क्या कुछ निर्णय लेता है। आपको बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विपक्ष भी हिमाचल में कई सवाल सरकार पर दाग चुका है, लेकिन उनमें कुछ ज्यादा दम नहीं निकला। ऐसे में इस नए मामले में विपक्ष की भूमिका भी देखने लायक होगी।