घायलों में किशोर (51) गांव भरारी, सीमा (37) गांव खमाना, अशोक (34) गांव कोट, चेत राम (78) गांव भाड़, पारस (32) गांव कोट, रीता (21) गांव रघांव, अनीता (22) गांव पबाड़, हरीश (40) गांव भाड़, डी.डी. कश्यप (67) गांव सलाणा, देव किरन (34) गांव कोट, विद्या दत्त (55) गांव कणेहची, संजय (42) कांगड़ा, सतपाल (46) गांव भरोग, मदन (58) शोघी, सुरेश (34) गांव सैंज, बस चालक महेंद्र गांव मोहरी, परिचालक संजय व ठियोग के ट्रक चालक सुरेश कुमार को गहरी चोटें लगी हैं।
इनमें से कुछ को सी.एच.सी. शोघी से आई.जी.एम.सी. रैफर किया गया है। सूचना मिलते ही पुलिस चौकी शोघी के ए.एस.आई. देवराज व उनकी टीम मौके पर पहुंचकर आगामी कार्रवाई में जुटी है। बताया जा रहा है कि पासिंग के लिए खड़ी गाडिय़ों के कारण जहां अक्सर जाम लगता है वहीं दुर्घटनाएं भी होती हैं। शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य को जैसे ही घटना का पता चला तो उन्होंने घायलों का हालचाल पूछा व आई.जी.एम.सी. व शोघी के डाक्टरों को इलाज के लिए सभी सुविधाएं जल्द मुहैया करवाने के निर्देश दिए।
वहीं पूर्व प्रधान थड़ी पंचायत आशा कश्यप, प्रधान नरेंद्र शर्मा, शोघी की नवगठित पंचायत की प्रधान पार्वती वर्मा, उपप्रधान इंद्र सिंह आदि ने कहा कि पासिंग के लिए खड़ी गाडिय़ों के कारण कई बार जाम लगता है और कई बार घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार व विभाग से आग्रह किया है कि यहां सड़क के किनारे पासिंग के लिए गाडिय़ां खड़ी न की जाएं। किसी अन्य स्थान पर पासिंग का इंतजाम किया जाए ताकि दुर्घटनाओं व जाम से लोगों को निजात मिले।