वहीं, समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ऑनलाइन क्लास ने बच्चों की सीखने की क्षमता को कम कर दिया है और क्लास में शामिल होने वाले बच्चों की संख्या भी काफी कम हैं। इसके अलावा डिजिटल लर्निंग में बच्चों का एक्सट्रा करिकुलम एक्टिविट नहीं हो पाती, जिससे उनके शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य और पोषण संबंधी बातें गौण हो जाती हैं। वहीं कोरोना की संभावित तीसरी लहर और स्कूलों के कोरोना हब बनने को लेकर रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में ऐसा कम ही देखने को मिला है, जब कोई स्कूल कोरोना हब बना हो। ऐसे में समिति का कहना है कि कोरोना की कम होती रफ्तार के साथ स्कूलों को फिर से खोलने की दिशा में पहल करने की जरूरत है।
नई दिल्ली :बच्चों को दो दो लाख का स्वास्थ्य बीमा - विशेषज्ञों ने केंद्र को सौंपी रिपोर्ट , स्कूल खुलना भी जरूरी
Tuesday, June 22, 2021
0
देश में कोरोना की दूसरी लहर में कमी आई है और ऐसे में फिर से स्कूल कब खुलेंगे, यह जानने के लिए सभी इच्छुक हैं। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने कर्नाटक के कार्डियों सर्जन डा. देवी शेट्टी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी, जो कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के उपायों पर सुझाव देने के लिए बनी थी। सूत्रों के अनुसार, समिति ने अपनी रिपोर्ट में फिर से स्कूल खोलने की सिफारिश की है। साथ ही सरकार से स्कूल जाने वाले सभी बच्चों के लिए दो-दो लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा करवाने की भी सिफारिश की है। गौरतलब है कि कोरोना के कारण कई जगह स्कूल खुलने के बाद भी अभिभावक बच्चों के स्कूल भेजने से डर रहे हैं। समिति का कहना है कि ऐसा करने से अभिभावकों के मन में समाया डर कम होगा। समिति का कहना है कि कुछ देशों में ऐसा किया गया है और वहां इसके सकारात्मक परिणाम आएं हैं।
Share to other apps