मंडी. हिमाचल प्रदेश में अकसर अधिकारियों को खुले मंच पर लताड़ लगाकर सुर्खियों में रहने वाले जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर एक बार फिर से चर्चा में हैं. इस बार मंत्री जी के निशाने पर लोक निर्माण विभाग करसोग के अधिकारी रहे. इन दिनों मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर मंडी संसदीय क्षेत्र के तूफानी दौरे पर हैं. महेंद्र सिंह ठाकुर को यहां होने जा रहे उपचुनावों से पहले संसदीय क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
मंडी जिले के करसोग में गुरुवार को मंत्री जी का कार्यक्रम कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके क्षेत्र की समस्याओं को सुनने का था. यहां सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे. लोक निर्माण विभाग को लेकर पहले से ही उनके पास काफी शिकायतें पहुंची हुई थीं. जैसे ही लोक निर्माण विभाग से संबंधित विषय उठे तो मंत्री जी आगबबूला हो उठे और उन्होंने भरी सभा में विभाग के तीन अधिकारियों की क्लास लगा दी. मंत्री जी ने तो सीधे उन्हें सस्पेंड करने की चेतावनी तक दे डाली और कहा कि अगर अधिकारी के रूप में काम नहीं करना तो वीआरएस लेकर चुनाव लड़ो और राजनीति करो. वहीं, क्षेत्र में ठेकेदारों द्वारा की जा रही मनमानियों को लेकर भी मंत्री जी ने बड़ी तल्खी दिखाई. उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जो काम नहीं कर रहा है, उसे ब्लैक लिस्ट किया जाए और जुर्माना लगाया जाए।
मंत्री जी ऐसी बातों से सभागार में मौजूद कार्यकर्ताओं ने तो जमकर तालियां बजाईं, लेकिन अधिकारियों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. बता दें कि यह कोई नई घटना नहीं है, इससे पहले भी महेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा अधिकारियों को धमकाने के कई मामले सामने आ चुके हैं. इससे पहले कांगड़ा में भी मंत्री के आईपीएच अफसर को धमकाने का वीडियो वायरल हुआ था. इसमें उन्होंने अफसर को किन्नौर या सिरमौर बदलने की बात कही थी।