आईएएस अधिकारी अमित कश्यप ने बताया कि बीते कुछ दिनों में पर्यटन निगम के होटलों में वीकएंड पर 50 फीसदी से ज्यादा ऑक्यूपेंसी है जबकि अन्य दिनों में 30 से 35 फीसदी ऑक्यूपेंसी है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि ये संख्या अभी और बढ़ेगी, साथ ही कहा कि निगम के होटलों में कोरोना प्रोटोकॉल की पूरी पालना की जा रही है, एतियात भी बरती जा रही है. होटल कारोबारी मोहिंद्र सेठ ने बताया कि शिमला में 90 से 95 फीसदी ऑक्यूपेंसी है, अब कोरोबार पटरी पर लौट रहा है।
विभाग के अनुसार साल 2020 में कोरोना के बीच हिमाचल में 42 हजार 665 विदेशियों समेत कुल 32 लाख 13 हजार 379 सैलानी हिमाचल पहुंचे थे जबकि 2019 में 1 करोड़ 72 लाख 12 हजार 107 थी।
इन दिनों शिमला में मनाली से ज्यादा टूरिस्ट नजर आ रहे हैं. ऐसा इसलिए भी है कि पंजाब,हरियाणा और उत्तर प्रदेश से नजदीक होने के चलते काफी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं।
आजकल तो स्थिती ये है कि रिज मैदान पर जैसे मेला लगा है. सामान्य दिनों की तरह पर्यटक यहां घूम रहे हैं. कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है, कोई बिना मास्क के नजर आ रहा है तो कोई गलत तरीके से मास्क पहने हुए नजर आ रहा है. सोशल डिस्टेसिंग देखने को नहीं मिल रही है, हालांकि पुलिस के जवान तैनात रहते हैं और सख्ती भी बरतते हैं. पुलिस जवानों के इधर-उधर होते ही पर्यटक बेखौफ हो जाते हैं. कुछ पर्यटक ये कहते हुए नजर आए कि हम तो पूरी सावधानी बरत रहे हैं।
शिमला के एसपी मोहित चावला ने बताया कि बीते 5 दिनों में पहाड़ों की रानी में 16 हजार से ज्यादा गाड़ियां आईं हैं. अनुमान है कि 50 हजार से ज्यादा लोग इस बीच शिमला पहुंचे है. एसपी ने कहा कि पर्यटकों का स्वागत है लेकिन कोरोना नियमों की पालना करनी होगी. उन्होंने कहा कि शिमला पुलिस नहीं चाहती कि किसी का चालान काटे. इस वक्त स्थिती ऐसी है कि कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए एतियाती कदम उठाए जा रहे हैं, जो नियमों की उल्लंघना करते हैं उन पर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।